सिगरेट बनाने वाली एक कंपनी है आईटीसी। भारत में इसका नाम है "इंडियन टोबैको कंपनी" अमेरिका में इसका नाम है "अमेरिकन टोबैको कंपनी"
ये सिगरेट बनाने वाली कंपनी है और लाखों करोड़ रुपया देश से ले जाती है। यही नही जब कैंसर से हमारे देश के लोग पीड़ित हो जाते हैं तो कैंसर पर होने वाला खर्चा अलग होता है।
सिगरेट का कागज सबसे ज्यादा कीमती कागज होता है। जब यह कंपनी पांच सौ सिगरेट बनाती है तो एक पेड़ कट जाता है। और इस कंपनी की इस देश में बीस अरब से ज्यादा सिगरेट बिकती हैं। लगभग चौदह करोड़ पेड़ यह कंपनी हर साल इस देश में कटवा देती है।
सबसे दु:ख और दर्द की बात ये है कि यदि यह कंपनी इतने पेड़ कटवा देती है तो वह कोई अपराध नही है जबकि एक गांव का आदमी खाना बनाने के लिए जंगल से पेड़ काटकर कुछ लकड़ियां ले आता है तो उसे जेल हो जाती है।
सबसे बड़ी हास्यास्पद स्थिति तो ये है कि आप अपना लगाया पेड़ भी नही काट सकते हैं क्योंकि यह कानूनन जुर्म है।
इसका मतलब है कि भारत की सरकार भारत के आम लोगों के लिए नही बल्कि आईटीसी जैसी कंपनियों के लिए चल रही है।
पूरा वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें
www.youtube.com/watch?v=NauR_ugGSzg
आइए इस सड़ी गली अंधेर व्यवस्था को बदल डालें और व्यवस्था परिवर्तन में शामिल होकर अपना योगदान दें
भ्रष्टाचार मिटाओ सत्याग्रह
ये सिगरेट बनाने वाली कंपनी है और लाखों करोड़ रुपया देश से ले जाती है। यही नही जब कैंसर से हमारे देश के लोग पीड़ित हो जाते हैं तो कैंसर पर होने वाला खर्चा अलग होता है।
सिगरेट का कागज सबसे ज्यादा कीमती कागज होता है। जब यह कंपनी पांच सौ सिगरेट बनाती है तो एक पेड़ कट जाता है। और इस कंपनी की इस देश में बीस अरब से ज्यादा सिगरेट बिकती हैं। लगभग चौदह करोड़ पेड़ यह कंपनी हर साल इस देश में कटवा देती है।
सबसे दु:ख और दर्द की बात ये है कि यदि यह कंपनी इतने पेड़ कटवा देती है तो वह कोई अपराध नही है जबकि एक गांव का आदमी खाना बनाने के लिए जंगल से पेड़ काटकर कुछ लकड़ियां ले आता है तो उसे जेल हो जाती है।
सबसे बड़ी हास्यास्पद स्थिति तो ये है कि आप अपना लगाया पेड़ भी नही काट सकते हैं क्योंकि यह कानूनन जुर्म है।
इसका मतलब है कि भारत की सरकार भारत के आम लोगों के लिए नही बल्कि आईटीसी जैसी कंपनियों के लिए चल रही है।
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भ्रष्टाचार मिटाओ सत्याग्रह
अब भी कोई यदि सिगरेट के धुएं में अपने जीवन को उड़ा दे तो उसे क्या समझें...
ReplyDeleteदरअसल वह अपना जीवन तो उड़ा ही रहा है साथ ही राष्ट्र को भी कमज़ोर बना रहा है और इसके साथ साथ वह धरती के पर्यावरण के साथ भी खिलवाड़ कर रहा है...