बस आपकी कमी होगी ......


              कल का दिन वैसे तो कोई महत्व नहीं रखता लेकिन रखने वालों के लिय बहुत महत्व रखता है | 20 सितंबर 2011 का दिन ,इस दिन किसी का जन्मदिन होगा ,किसी की शादी की सालगिरह होगी |किसी के लिय वो अपार खुशियाँ लाएगा जिसको जिंदगी में कभी भुलाया नहीं जा सकेगा | कुछ ऐसा इतिहास भी लिखा जाने वाला है| जो अपने आप में महत्व रखेगा | जी हाँ मैं बात कर रहा हूँ भारत स्वाभिमान यात्रा की | जिसका दूसरा चरण का  परम पूजनीय स्वामी रामदेवजी महाराज के सानिध्य में शुरू होने जा रहा है | यात्रा का लक्ष्य आप सभी जानते हैं कि भारत माता  का खोया हुआ वैभव  दिलवाना जो कभी ऋषि मुनियों के समय था |
      वैसे तो इस यात्रा में कोई कमी नहीं होगी और प्रथम चरण कि यात्रा जब शुरू हुई थी तब भी कोई कमी नहीं थी | लेकिन फिर भी मुझे दो दिन से जो कुछ अहसास हुआ है | उसको आपके साथ बांटने का मन हो रहा था तो सोचा क्यों न कुछ शेर कर लिया जाये | हर व्यक्ति का जिन्दंगी में कुछ स्थान व् महत्व होता है और कुछ का महत्व स्थान तो इतना बढ़ जाता है कि वो दूसरों कि जिंदगी में भी एक ऐसा मुकाम अपने पुरुषार्थ से हासिल कर लेते हैं कि वो स्थान फिर दूसरा नहीं ले पाटा है और ताउम्र वो याद आतें हैं | जी अब ज्यादा कुछ इधर उधर किये बिना मैं बता देता हूँ कि यात्रा शुरू हो चुकी है है या होने वाली है हो सकता है मेरा यह लेख आप पढ़ने तब तक शायद शुरू हो चुकी होगी | यात्रा में सब कुछ होगा | उत्सव भी होगा ...जश्न भी होगा और देश के हर उस देशभक्त नागरिक में एक नव संकल्प भी होगा माँ भारती का खोया वैभव दिलाने का | लेकिन इस बीच भारत माता का ऐसा लाल हमारे बीच नहीं होगा जिसने अपनी सारी जिंदगी उसकी सेवा में उसके चरणों में अर्पित कर दी | जी हाँ मैं बात कर रहा हूँ भारत स्वाभिमान आंदोलन के राष्ट्रीय सचिव भाई राजिव जी दीक्षित की | प्रथम चरण कि यात्रा में वे भौतिक रूप से शामिल थे परन्तु इस बार उनका भौतिक सानिध्य हमको नहीं मिलेगा इस बात का गम हमेशा रहेगा |और भी न जाने इस आंदोलन में ऐसे  कितने ही ऐसे पड़ाव आयेंगे जहाँ हमें राजीव जी कि का न भौतिक रूप में न होना अखरेगा | उनका वो हंसमुख चेहरा ..वो उनकी वाणी जिसके आगे किसी अनजान को भी बैठा दिया जाता था तो वो उनके सामने से वो सब पाकर उठता था जो शायद उसको कभी नहीं मिल पाता | राजीव भाई का स्वभाव व् सादगी जिस पर हिन्दुस्तान के हर देश भक्त नागरिक को गर्व था | कुछ ऐसी ही और भी बातें है लेकिन उनकी याद इतना तडफा देती है कि अब लिखना भी मुश्किल हो रहा है | खैर नियति के आगे किसकी चलती है ...लेकिन इतना सोच के मेरा दिल भी गर्व करता है कि राजीव भाई हमें जो ज्ञान व् उर्जा देकर गए है उसके लिय उनको कई सदियाँ याद करेंगी | अपने पुरुषार्थ कि वजह से आज भी वो हमारे बीच ही हैं .....भौतिक रूप से नहीं तो वैचारिक रूप से ही सही और हमेशा रहेंगे | बस सभी से यही आह्वान है कि राजीव भाई को याद करना है और फिर से उसी काम में हमको लगना है जो राजीव भाई का सपना था | देखना जल्द ही वो दिन भी आएगा जब राजीब भाई हम सब के सपनों में आकर भारत माता के खोये हुए वैभव वापस पाकर खुशी से स्वर्ग में वे हमारे काम को देखकर मुस्कुराएंगे |.......

Comments

  1. wakaee ek adbhut insaan khe rajeev bai...unki kami hamesh khalegi...
    rajeev ji amar rahe...jai baba ramdev...jai hind....

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  2. bahut accha aur sahi likha hai mere bhai ne

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